Monday, August 2, 2010

Don



1 comment:

देवेन्द्र पाण्डेय said...

मेरे ब्लॉग की एक पुरानी कविता पर कमेंट किया आपने। क्या वही कविता पढ़ी या सब पढ़कर उसी पर कमेंट किया..बहरहाल वह कविता मुझे भी अपनी कविताओं में बहुत अच्छी लगती है।
..अपने बारे में और लिखिए।